RETROGRADE AND COMBUSTION WEBINAR (Hindi)
$50.00
वक्री और अस्त ग्रह कार्यशाला
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- वक्री ग्रह क्या है
- राहु और केतु कब मार्गीय हो जाते हैं और इसके क्या परिणाम होते हैं।
- वक्री ग्रह (बुध, मंगल, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, केतु) के प्रभाव क्या हैं
- ग्रह एक वक्री ग्रह की राशि में होने पर कैसे व्यवहार करते हैं
- जब किसी भाव का भावेश वक्री होता है तो उसके प्रभाव क्या होते हैं
- वक्री ग्रह की दशा का फल
- अस्त ग्रह क्या है, कब ग्रह सचमुच अस्त होते हैं
- क्या कभी ग्रहों का अस्त होना फायदेमंद होता है
- अस्त ग्रह के प्रभाव (चंद्रमा, बुध, मंगल, बृहस्पति, शुक्र, शनि)
- महा विपरीत राज योग (यह कैसे बनता है और इसके फल)
Course duration: 4 hours
कोर्स की रिकॉर्डिंग्स students को 2 साल के लिए उपलब्ध रहेगी। (From the date of Purchase)